जो देखता हूं वही लिखता हूं ।
सुनो क्या तुम कुछ देर मेरे साथ बैठोगी यहां सुनो क्या तुम कुछ देर मेरे साथ बैठोगी यहां
भाइयों ने भी बड़ा जलील किया उसे पर वो बस एक ही बात कहती रही भाइयों ने भी बड़ा जलील किया उसे पर वो बस एक ही बात कहती रही
"मैं.....मैं "राम" हूँ ऋषिवर ...अयोध्या का राजा दशरथ पुत्र"श्री राम" ।।" "मैं.....मैं "राम" हूँ ऋषिवर ...अयोध्या का राजा दशरथ पुत्र"श्री राम" ।।"
मगर सच यही है कि अब तुम मेरे साथ नहीं हो पर तुम मुझसे दूर भी नहीं हो मगर सच यही है कि अब तुम मेरे साथ नहीं हो पर तुम मुझसे दूर भी नहीं हो
सोकर उठूं तो सामने घोंसले से मुझे तुम झाँकती हुई दिख जाओ। सोकर उठूं तो सामने घोंसले से मुझे तुम झाँकती हुई दिख जाओ।
सोचा लेखक वास्तविकता के बेहद करीब होते है सोचा लेखक वास्तविकता के बेहद करीब होते है
बुधिया विचारों में मग्न था कि अचानक उसे शोर सुनाई दिया। बुधिया विचारों में मग्न था कि अचानक उसे शोर सुनाई दिया।
तुम्हारे सीने में भी रंग बिरंगी मछलियाँ है मेरे सीने में भी है। तुम्हारे सीने में भी रंग बिरंगी मछलियाँ है मेरे सीने में भी है।