"पराशर स्तुति"
"पराशर स्तुति"
शक्ति के पुत्र,वशिष्ठ पौत्र है,पराशर
वेद,विज्ञान,ज्योतिष ज्ञाता है,पराशर
कई राक्षसों के विनाशक है,पराशर
ऋषि वेदव्यास के पिता है,पराशर
पाराशर विप्र जन्मदाता है,पराशर
द्वापरयुग ज्ञानपुंज रवि है,पराशर
कई ज्योतिषग्रंथ रचयिता है,पराशर
हरयुग,हरपल त्रिकालदर्शी है,पराशर
पिता शक्ति ने,राजा को दिया,श्राप
अपनी अंजली में जल को भरकर
उसदैत्य ने शक्ति को किया समाप्त
दैत्य समापक यज्ञ शुरू किया,पराशर
दैत्य,राक्षसों के शत्रुहंता है,पराशर
सत्य,धर्म के प्रतिपालक है,पराशर
आज भी दिल से याद करे,पराशर
उसके देते ज्ञान संजीवनी,पराशर
मां सरस्वती लाड़ले पूत है,पराशर
विप्र क्या,सर्वहितकारी है,पराशर
आज भी ज्योतिष में रवि है,पराशर
अमावस में पूर्णिमा चाँद है, पराशर।