STORYMIRROR

Dr.Deepak Shrivastava

Inspirational

4  

Dr.Deepak Shrivastava

Inspirational

खून की कीमत

खून की कीमत

1 min
350

कैसा समय आया

ना कोई अपना

ना कोई पराया

खून खून नहीं

पानी हो गया


बिक रहा बाजारों में

खून की कीमत

कुछ चंद रूपये

करते जो इसका व्यापार

करते ईश्वर का तिरस्कार


खून की कीमत

वो क्या समझेंगे

जिन्होंने बनाया

इसे व्यापार

खून जीवन देता

खून एक रिश्ता बनाता


खून एक अपने को

अपने से मिलाता

खून का रंग एक होता

ना वो काला होता

ना वो पानी होता


ना वो जवान होता

ना बूढा

ना गरीब होता

ना अमीर होता 

खून का एक ही रंग

लाल


खून की एक ही जात

इंसानियत

मानवता 

फिर क्यों खून का व्यापार

क्यों खून के रिश्ते तार-तार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational