मम्मी
मम्मी
ये तुम पर बारहा कविताएं लिखना
गीत रचना और उसे गुनगुनाना
तो एक खूबसूरत सा बहाना है,
इसी बहाने हमें आपके दिल में
चुपके से बस जाना है !
ज़ब तक इज़हार ना हो और
प्यार ज़ब तक छुपकर दिल में रहे
तब तक उसका एक अपना ठिकाना है,
दिल की बात जो कभी आ गई जुबां पर तो
सच कहूँ तो प्यार का दुश्मन तो सारा जमाना है !

