STORYMIRROR

Poet krishna Bansal

Horror Classics Thriller

3  

Poet krishna Bansal

Horror Classics Thriller

चाणक्य नीति

चाणक्य नीति

1 min
202

मनुष्य हमेशा फल की चिंता करता है

वह अपने परिणाम पर ध्यान नहीं देता है

उसके मन मैं लालच की भावना उत्पन्न हो जातीी है


जिसके फलस्वरूप वह अपने

पतन की ओर अग्रसर हो जाता है और

जरूरत से ज्यादा दिखाओ

मनुष्य से उसकी वास्तविकता छीन लेता है


मनुष्य को हमेशा अपनी वास्तविकता में जीना चाहिए

उसको हमेशा दूसरों से समानता का व्यवहार चाहिए।


এই বিষয়বস্তু রেট
প্রবেশ করুন

Similar hindi poem from Horror