जिंदगी प्रोम्प्ट -5
जिंदगी प्रोम्प्ट -5
मोरनी! ज़िंदगी रंगदार हो जाएगी।
तेरे पंखों पर यह निसार हो जाएगी।
जिस दिन सादगी श्रृंगार हो जाएगी।
उसी दिन आइने की हार हो जाएगी।।
मायाजाल है कम्पनियों के प्रसाधन सब।
त्वचा मुस्कराते ही चमकदार हो जाएगी।।
पोते हुए हैं चेहरे ,ज्यों हैं वह केनवास ।
लगता है जिंदगी ये इश्तहार हो जाएगी।।
चमकेंगे मेहनताने मोती के रूप मुख।
चेहरे पे लालिमा असरदार हो जाएगी।।
दर्पण भी दर्शिता सम देखेगा स्वयं को।
'मीरा' को देख, शाहकार हो जाएगी।।