सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस
तुम खून मुझे दो, मैं आजादी दिलवा दूंगा।
आततायी अंग्रेजों को, मैं लड़ कर हरवा दूंगा।।
सदा सफलता तो ,असफलता स्तंभों रहती।
हिम्मत रखना साथी ऐसे, सौ स्तंभ बना दूंगा।।
किरण आशा की रहे हमेशा, हमसे दूर गगन में।
देशवासियो क्या घबराना, धरती पर ला दूंगा।।
लक्ष्य आजादी मेरा मकसद,सनक समझ लो।
आजाद हिंद की सेना गढ़, मैं आजादी पा दूंगा।।
न अन्याय किया है हमने,न ही अन्याय सहेंगे अब।
यदि चाहिए खून हमारा , वीरों की तरह बहा दूंगा।।
वीर सपूत भारत माता के ,जोश उमंग से पूर्ण।
आजाद हिंद फौज,देश की शक्ति से भरवा दूंगा।।
संघर्षों ने मुझे बनाया,वही साथी है मेरा मनोबल।
आत्मविश्वास जगा कर सबमें ,जोश-उमंग दवा दूंगा।।
साथ चलो देशवासियों, आजादी लड़ कर लेंगे।
जय हिन्द हमारा नारा है, खून अपना बहा दूँगा।।
