मैं एक गृहिणी हूँ। मैंने एम ए राजनीति शास्त्र और विधि स्नातक किया है। लिखना -पढ़ना मेरा शौक है। इसीलिए विविध साहित्यिक संस्थाओं से संबद्ध हूँ।
सीधे रस्ते चल कर जाना वापस घर जल्दी ही आना सीधे रस्ते चल कर जाना वापस घर जल्दी ही आना
आँख खुलती शोर सुनती बन गई है चाय क्या? महक से बहका उठाती, उठो! बीत गयी रैना आँख खुलती शोर सुनती बन गई है चाय क्या? महक से बहका उठाती, उठो! बीत गयी रैना
मीरा' मान ले जब हार, छुप छुप ले सिसकियां।। खोलती हैं पुस्तकें, ज्ञान की तब खिड़कियां।। मीरा' मान ले जब हार, छुप छुप ले सिसकियां।। खोलती हैं पुस्तकें, ज्ञान की तब खि...
केसरिया से त्याग समर्पण, ज्ञान, तपस्या विशेष। केसरिया से त्याग समर्पण, ज्ञान, तपस्या विशेष।
तुम खून मुझे दो, मैं आजादी दिलवा दूंगा। आततायी अंग्रेजों को, मैं लड़ कर हरवा दूंगा। तुम खून मुझे दो, मैं आजादी दिलवा दूंगा। आततायी अंग्रेजों को, मैं लड़ कर हरवा ...
तपती धरती जलते अम्बर को अमृत चखवातीं।। तपती धरती जलते अम्बर को अमृत चखवातीं।।
वृक्ष धरा आभूषण करते हैं दूर प्रदूषण। वृक्ष धरा आभूषण करते हैं दूर प्रदूषण।
'मीरा' वक्त है कैसा, जफ़ाओं से मिल रहा है।। 'मीरा' वक्त है कैसा, जफ़ाओं से मिल रहा है।।
आजादी गणतंत्र समन्वित, प्रजातंत्र अक्षुण्ण है हित में।। आजादी गणतंत्र समन्वित, प्रजातंत्र अक्षुण्ण है हित में।।
हम भी करेंगे डिप डिप डिप। पानी बरसा टिप टिप टिप।। हम भी करेंगे डिप डिप डिप। पानी बरसा टिप टिप टिप।।