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Manisha Wandhare

Romance

4  

Manisha Wandhare

Romance

इत्र हमारा हो...

इत्र हमारा हो...

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यूं महक उठते है हम ,

जब जिक्र आपका हो ,

खुशबू इतनी फैल जाती है ,

जैसे इत्र हमारा हो ...

समेटना चाहते है आपको ,

अपनी बाहो मे हमेशा ,

घबरा जाते है लेकिन ,

ये मोहब्बत जाया ना हो ...

कसम लेते है आपकी ,

अब ना कोई और हो ,

बस नाम आपके हो गये ,

खत्म आप पे ही हो ...

हमें ही गुनगुनाना हर पल ,

लफ्ज बन के ओठों पे सजेंगे ,

अगर ना हो बाते तो ,

कागज पर भी हम ही हो ...

लम्हा लम्हा हमारा ,

अब आपका हो ,

जिंदगी यूं ही सिमटे बांहों में ,

गम का ठिकाना ना हो ...


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