जिंदगी का सफर
जिंदगी का सफर
जिंदगी का सफ़र अनजाना
चाहते हम इसे मनमाना।
फूल कांटे मिलते हर डगर
बरबस क्यों इनसे घबराना।
नाते रिश्ते डोर से बांधते
प्यार मुहब्बत से अपनाना।
औरों के दुख समझ सको जब
हाथ बढ़ा मन से सहलाना।
मंज़िल मिलती साथ मिले जो
अपना मान जिसे अनजाना।
