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Jyotiramai Pant

Abstract

4  

Jyotiramai Pant

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स्मृतियां हाइकू

स्मृतियां हाइकू

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1 मन कंगूरे बैठे यादों के पाखी फड़फड़ाते


2 मन की खूँटी टँगी रही स्मृतियाँ खट्टी व मीठी


3 चित्र मंजूषादेख उमड़ती यादेंनई पुरानी


4 मन सागर छुपे रत्न यादों केतट पे आएँ


5 यादें अनूठी भूले न बचपन सदा जागृत


6 देती हैं ऊर्जामाय के की ही यादेँबिदाई बाद


7 रखें जो याद बड़ों की सब सीख हो कामयाब 


8 स्मृति के पलहँसाते रुलाते भीवक्त बिताते


9 देती संबल यादें माता पिता की दूर य पास


10 पुरानी यादेँ बुजुर्गों का सहा राएकाकीपन।


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