STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Tragedy

2  

सोनी गुप्ता

Tragedy

जिंदगी इतनी सस्ती नहीं

जिंदगी इतनी सस्ती नहीं

1 min
252


जिन्दगी इतनी सस्ती नहीं हम ऐसा भूल जाते क्यों हैं?

ट्रैफिक नियमों को मानने में लोग इतना घबराते क्यों हैं?

समय बचाने की खातिर हेलमेट बेल्ट लगाना भूल जाते क्यों हैं

अपने साथ अपने परिवार की जान खतरे में डालते क्यों हैं?

हम आज की सोचते सोचते कल की भूल जाते क्यों हैं

जिन्दगी इतनी सस्ती नहीं हम ऐसा भूल जाते क्यों हैं ?

सड़कों पर जाने वाले जान हथेली में लेकर जाते क्यों हैं

वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करते क्यों हैं?

गाड़ी में चार की जगह पर दस लोग बिठाते क्यों हैं

घर पर इंतज़ार कोई करता अपना ऐसा भूल जाते क्यों हैं?

जिन्दगी इतनी सस्ती नहीं हम ऐसा भूल जाते क्यों हैं 

जरा तो सोचे नशे का सेवन कर गाड़ी चलाने वाले 

अपने साथ साथ दूसरों की जान खतरे में डालते क्यों हैं?

लापरवाही से गाडी चलाकर दुर्घटनाओं को न्योता देते क्यों हैं

जिन्दगी इतनी सस्ती नहीं हम ऐसा भूल जाते क्यों हैं ?

जीवन की भागा दौड़ी में ज्यादा रफ़्तार से गाड़ी चलाते क्यों हैं

ट्रैफिक नियमों का उलंघन कर प्रतिस्पर्धा में वाहन चलाते क्यों हैं?

यदि आप हो समझदार तो नियमों की अनदेखी करते क्यों हैं

सुरक्षा से नाता तोड़ सड़कों पर जीवन अपना छोड़ जाते क्यों हैं?

 जिन्दगी इतनी सस्ती नहीं हम ऐसा भूल जाते क्यों हैं?

                                                                                                                       

                                                                                                        


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy