जीने की उम्मीद
जीने की उम्मीद
एक उम्मीद जिसके बल पे मैं इस जहां में सतत् जी रहा ,
सारी बाधाओं से लड़कर - जुझकर जरूरतें अपनी सी रहा !
ये उम्मीद ही तो हमें जीने का आधार प्रदान कराती है !
ये उम्मीद ही हमें जीवन का मकसद हमें बतलाती है !
विरह में विह्वल कराती है, मिलन की उम्मीद में मुस्कान वापस लाती है ।
ये उम्मीद ही तो वे एहसास है जो जीवन से हमें रुबरू कराती है !
ख्वाबों को हकीक़त में बदलने की आस पुन: पुन: जगाती है।
ये उम्मीद ही मंज़िल का मार्ग हमें बतलाती है !
मंज़िल के सफर का सुखद एहसास हमें कराती है ।
ये उम्मीद जिसके बल पे मैं कहीं भी रहूं अंतर्मन में एक नई पहचान हमें दिलाती है !
निराशा में भी आशा की किरण बन हमें नई ऊर्जा से ओत- प्रोत कराती है।।