जीने का नाम जिंदगी !
जीने का नाम जिंदगी !
जीने का नाम जिंदगी है,
हंसते जाना जिंदगी है,
कितने भी गम आ जाए पर,
मुस्कुरा कर दिखाना ही जिंदगी है।
अपने मिलते जाते हैं और,
बनता जाता है, कारवां,
कारवां के साथ बहते जाना ही जिंदगी है।
दुख की छाँव ऐसा नहीं है कि नहीं आएंगी, आएंगी,
पर उस से मुकाबला करते बढ़ जाना जिंदगी है।
खुशी के पल नहीं ठहरते कभी,
तो दुख की घड़ी क्यों समझो की लंबी है,
समझते बुझते दरिया दुख का पार करते जाना जिंदगी है।
ठहराव जिंदगी का नाम नहीं,
बहते बहते उस पार जाना जिंदगी है।
आसान नहीं होती कोई राह,
कभी अनभुज,
तो कभी अट्ठखेली है,
पर सूझबूझ से पहेली का हल निकालते जाना जिंदगी है।
कभी दो रास्ते मिलते हैं तो,
कभी चार रास्तों पर आकर खो जाती है, मुस्कुराहट,
पर ध्यान से किसी एक सही राह पर निकलना जिंदगी है।
छल और बल हर कदम पर मिल जाते हैं,
यह तो दो सगे भाई हैं,
जो राहगीर को ठग जाते हैं,
इन ठगों से ठगी कर जाना,
जिंदगी है।
लंबी है राहे प्यार की,
बीच में दरिया तूफान के मिलते हैं,
हाथों में हाथ लेकर,
दरिया का पार कर जाना,
जिंदगी है।
मत सोचो की राह आसान होग,
हर राह पर मुश्किले दो, चार होंगी,
पर मुश्किलों को पार करके बढ़ते हैं हौसले,
हौसले मन में जगा लेने का नाम,
जिंदगी है।
तू और मैं अनोखे नहीं जो हारे हैं जिंदगी से,
हम जैसे हजारों को उम्मीद छोड़ने पर मजबूर,
हर गम की नदी करती है।
पार दुख की नदिया को कर,
किनारे अपने सुख की कश्ती लगाने का नाम जिंदगी है।
लगन लगी है तुझसे,
और ज्योति भी दिल में तेरे प्यार की जली है,
हर मुश्किल हर मुकाम पर,
इस लौ को बचा कर रखना,
जिंदगी है।
कल थी बहारें,
आज खुशी का सूरज अस्त है,
उदय कल खुशियों का सूरज फिर होगा,
इंतजार की घड़ी भी तो जिंदगी की ही लड़ी है,
इस जिंदगी की लड़ी को पकड़कर
रखने का नाम,
जिंदगी है।
हर खूबसूरत दिन के पहले,
रात काली काली है,
हर दिन की उम्मीदों के दिए छत पर जलाना,
और उन्हें हमेशा मन के अंदर,
रोशन करना ही, सही मायने में,
जिंदगी है।
आशा कभी ना छोड़ना,
निराशा पीछे पड़ जाएगी,
हाथ निराशा का छोड़कर,
दामन खुशी रूपी आशा का पकड़ना,
जिंदगी है।
खामोश हूं। मैं खामोश है यह पल,
हर पल में अपनों की सुध लेना,
जिंदगी है।
जैसे लोहा लोहे को नहीं काट सकता,
वैसे दुख से दुख का अंधेरा नहीं जाएगा,
प्यार से रोशन हर घर को करने का नाम,
जिंदगी है।
नन्हा सा फूल जीवन में आता है,
खुशियों की बगिया में खुशबू उड़ेल जाता है,
उन खुशियां और खुशबू को,
आंचल में समा लेना ही,
जिंदगी है।
जिंदगी के लम्हे कितने हैं,
कहीं कम तो नहीं
पर हर लम्हे को,
सौ बरस के बराबर जी जाना,
जिंदगी है।
गम के अंधेरे और दुख के बादल,
बार-बार उमड़ घुमड़ कर आते रहेंगे,
पर अपने दामन को दुख के छीटों से बचाये रखना,
और सुख की छतरी को सर पर मजबूती से पकड़े रहना,
जिंदगी है।
आंधी आएगी जोर-जोर की,
उड़ा कर सब कुछ अपने साथ ले जाने को,
पर कसकर अपनों का हाथ,
उस वक्त थाम लेने का नाम,
जिंदगी है।
अपनों का अगर साथ हो जिंदगी में,
तो हर क्षण, हर पल,
जो जीते हैं, हम,
चाहे कितने भी गम हो,
साथ-साथ गम पीने का नाम,
जिंदगी है।
