प्रेम गीत मैंने गा लिया
प्रेम गीत मैंने गा लिया
सुंदर तेरा रुप देखकर मेरा,
मन बेकाबू बन गया और,
तेरी मस्त अदायें देखकर तेरा,
प्रेम गीत मैंने गा लिया।...
नैना है तेरे कारे कज़रारे,
कोमल अधर तेरे लगते है प्यारे,
अधरों का रसपान करके मन मेरा,
मदहोशी में डूब गया और,
दिल की धड़कन तेज़ बनी तेरा,
प्रेम गीत मैंने गा लिया।...
यौवन तेरा है रस की थाली,
जैसे छलकती जाम की प्याली,
जाम का घूंट गले उतारकर,
भान भी मैं भूल गया और,
तेरे यौवन के नशे में डूबकर तेरा,
प्रेम गीत मैंने गा लिया।...
चाल लगती है तेरी मतवाली,
आके तड़प मिटा जा अब मेरी,
पायल की मधुर नाद से "मुरली" का,
रोम रोम लहरा गया और,
तेरे सांसो की सरगम से तेरा,
प्रेम गीत मैंने गा लिया।...

