जानवरों से प्यार करो।
जानवरों से प्यार करो।
एक दिन,
एक आवारा कुता,
इधर उधर घूम रहा था।
पुलिस वाले ने,
उसको दूध पिलाया।
वो उसके संग हो लिया,
और धीरे धीरे,
पुलिस थाने तक आ गया।
अब सारा थाना,
उसको प्यार करने लग पड़ा,
क्योंकि वो देखने में,
बहुत सुंदर था,
सफेद रंग,
भुरी आंखें,
सबको देख पूंछ,
हिलाने वाला,
और सबका मन जितने वाला।
अब वो थाने में,
रहने लग पड़ा,
पुलिस वालों ने,
उसे अपना लिया।,
उसे कांस्टेबल का,
रैंक दे दिया।
उसका नाम,
"शरीफ" रख दिया,
अब जो भी "शरीफ" बोलता,
वो दुम हिलाता हुआ,
उसके पास पहुंच जाता,
और उसे सूंघने लग पड़ता।
एक बार,
पास के गांव में,
एक ड्रोन देखा गया।
पुलिस तुरंत पहुंची,
लेकिन ड्रोन को नहीं,
मार गिरा सकी।
ड्रोन उड़कर,
वापस चला गया।
पुलिस के साथ,
"शरीफ" भी गया था।
जब पुलिस पार्टी,
वापस जाने लगी,
तो "शरीफ" जाने के लिए,
तैयार न हुआ,
और वो भोंकता जाए।
आखिर पुलिस वालों ने,
"शरीफ" के पीछे,
जाने का फैंसला किया।
अब "शरीफ" आगे आगे,
पुलिस पार्टी पीछे पीछे,
आखिर सूघते सूंघते,
"शरीफ" नदी किनारे पहुंच गया,
फिर एक झाड़ी की तरफ,
मुंह करके,
जोर जोर से,
भोंकने लगा।
पुलिस पार्टी ने,
उस झाड़ी को खंगाला,
तो एक बहुत बड़ा,
गांजें, चरस और ब्राउन शुगर का,
झखीड़ा बरामद हुआ।
तब पुलिस वालों ने,
अनुमान लगाया,
ये ड्रोन,
सीमा के उस पार से,
इन मादक पदार्थों को लाया,
और फेंक कर,
चला गया।
ये बात,
सरकार को पता चली,
तो "शरीफ" की,
जमकर तारीफ हुई।
उसकी तरक्की,
कर दी गई।
उसको बहादुरी के लिए,
मैडल से सम्मानित किया गया।
