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Shant Gautam

Tragedy Fantasy

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Shant Gautam

Tragedy Fantasy

इंतजार

इंतजार

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अच्छे वक़त में कलम नहीँ चलती

ये मेरे बुरे वक़्त का इन्तजार करती है, 


अब इस कलम को में

माशूक का नाम दूँ तो गलत नहीं, 


ये मेरे प्यार से ज्यदा मेरे

बुरे वक़्त का इंतजार करती है। 


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