Hum aashiq hain sirf mohobat pr likhte hain
कैसे भूलूं इस देश का इतिहास क्या है, राणा सांगा याद है, महाराणा प्रताप याद है. कैसे भूलूं इस देश का इतिहास क्या है, राणा सांगा याद है, महाराणा प्रताप याद ह...
एक मंज़िल तक का वास्ता था, एक मंज़िल तक का वास्ता था,
बर्फ गिरेगी तूने सोचा ना होगा बर्फ गिरेगी तूने सोचा ना होगा
जो कम पड़ गए आज बयाँ करने को, कभी इन्ही लफ़्ज़ों से मुझे हराया था। जो कम पड़ गए आज बयाँ करने को, कभी इन्ही लफ़्ज़ों से मुझे हराया था।
एक शख्स से मुलाक़ात हुई है, उसकी ज़ुल्फ़ों से शुरुआत हुई है। एक शख्स से मुलाक़ात हुई है, उसकी ज़ुल्फ़ों से शुरुआत हुई है।
हार गए तो क्या गम, सुहाने सफर की आदत डाल लेना। हार गए तो क्या गम, सुहाने सफर की आदत डाल लेना।
यूँ कुछ परेशान सा लगता हूँ, कोई डर कोई वार का शिकार लगता हूँ। यूँ कुछ परेशान सा लगता हूँ, कोई डर कोई वार का शिकार लगता हूँ।
यूँ बेवक़्त बरसता है ये मौसम, कह दो इसे मेरे यार ने अब कभी नहीं आना। यूँ बेवक़्त बरसता है ये मौसम, कह दो इसे मेरे यार ने अब कभी नहीं आना।
कितना चलुं तेरी राह पर मै, ख़ुद के निशान भूल जाऊँगा है फ़िक्र तुझे मेरी तो जता तो सही! कितना चलुं तेरी राह पर मै, ख़ुद के निशान भूल जाऊँगा है फ़िक्र तुझे मेरी तो जत...
पर पेड़ों ने खड़े होने का इशारा किया था, पर पेड़ों ने खड़े होने का इशारा किया था,