हार नहीं मानूँगा
हार नहीं मानूँगा
यूँ कुछ परेशान सा लगता हूँ,
कोई डर कोई वार का शिकार लगता हूँ,
जो वक़्त उलटा चले जिंदगी मे,
मै हार भी जाऊं पर जीतने का हौसला रखता हूँ,
मैं लड़ूंगी किसी भी वक़्त किस्मत से,
मैं अंधेरी रात मे चिराग़ जलाने का हुनर रखता हूँ।
