मेरे यार ने अब कभी नहीं आना
मेरे यार ने अब कभी नहीं आना
कभी बारिश मे तेरा मिलना तो
कभी पेड़ों की छाँव मे जाना,
याद है मुझे आज भी वो
कुछ समय पहले का जमाना,
रहना तस्लीम तेरे साये के जैसे,
तुझे क्या ही याद होगा वो जमाना,
यूँ बेवक़्त बरसता है ये मौसम,
कह दो इसे मेरे यार ने अब कभी नहीं आना।
