धुंधलाती यादों के बीच ....
धुंधलाती यादों के बीच ....
धुंधलाती यादों के बीच
मेरा पहला प्यार खो गया,
उसके धोखों ने इतना तोड़ा,
कि भूले से भी याद नहीं करते,
बस ये ही दुआ माँगते है,
कि उसकी मेरी राहे अब कभी
ना मिले,
बरसो बाद जिस ने दिल को छुआ है,
बस उसी के साथ ये सफर कट जाए ।
कैसे भूल जाये हम वो पल जब हमको तेरी जरूरत थी,
और तू हमको नजरंदाज कर दिया करता था,
दो पल रुकने को कहा था तुमने और हमने बरसो इन्तजार किया,
अब तेरी कोई याद भी हमारे जहन में नहीं बाकी,
कोई रिश्ता कोई नाता नहीं हमारा तुमसे,
फिर भी जीवन की राहों पर इंसानियत का रिश्ता रहेगा बाकी,
तू मेरा वो बीता हुआ कल है जिसको कल ही रहने देंगे,
मेरे आज और आने वाले कल में तेरी कोई जगह नहीं ,
जो है मेरे संग आज उसके साथ ही ये उम्र गुजर जाएगी ।