Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

bhagawati vyas

Abstract

4.5  

bhagawati vyas

Abstract

साम्राज्य

साम्राज्य

1 min
271


     गीत 


है विस्तार जहाँ सीमा का ,

पनपा है साम्राज्य वहीं !!


हैं दबंग जो रौब जमाते ,

मौन रहे कमजोर सदा !

अर्थतंत्र मजबूत नहीं जब ,

और ऋणों का बोझ लदा !

मदद उन्हें जो पहुंचाते हैं ,

वे उनके आराध्य कहीं !!


हित अपना जो साध खड़े हैं ,

वही मित्र हैं दंभ भरें !

साँसे लेते जो उधार की ,

जी जी कर वह रोज मरें !

अपने घर में जो उलझे हैं ,

रहते हैं वे त्याज्य यहीं !!


कब्ज़ा जो अधिकार समझते ,

सीमाओं को कब छोड़ें !

देश सुरक्षित तब हो कैसे ,

अन्तरघाती बन तोड़ें !

सुदृढ़ धरातल अगर दिया है ,

राज्य वही अविभाज्य यहीं !!


मातृभूमि या देश प्रथम हो ,

जीवन का यह लक्ष्य रखें !

हम चौकस तो राज्य सुरक्षित ,

कभी नहीं कमजोर दिखें !

सबल बनें तो रहे सुरक्षित ,

कायम तभी स्वराज्य यहीं !!



Rate this content
Log in