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bhagawati vyas

Romance

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bhagawati vyas

Romance

" तेरी यादों में "

" तेरी यादों में "

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     गीत


कैद हुए तेरी यादों में ,

भूल गए जग सारा ।

छवि आँखों में तैरा करती ,

बनती वही सहारा ।।


तौल गए हम नजर नजर में ,

मन की सारी बातें ।

मिली जुली निकली चाहत तो ,

लगी मधुर फिर रातें ।

मिला चाँद तो रहे ताकते ,

भाया हमें नजारा ।।

कैद हुए तेरी यादों में ,

भूल गए जग सारा ।।


 लुका छिपी तो रास न आई ,

सम्मुख हल कर डाले ।

काँटे तो हैं चुभे पाँव में ,

कभी पड़े हैं छाले ।

मुस्कानें तुम रही लुटाती ,

भाग्य लगा तब न्यारा ।।

कैद हुए तेरी यादों में ,

भूल गए जग सारा ।।


सुख दुख का बँटवारा करके ,

पल पल को है साधा ।

जो भी हिस्से आया ,हमने ,

बाँटा आधा आधा ।

अपनों की पहचान हुई , जो ,

करते रहे किनारा ।।

कैद हुए तेरी यादों में ,

भूल गए जग सारा ।।


हमें लुभाती रही सादगी ,

आकर्षण यह जाना ।

हँसी तुम्हारी रही मोहती ,

बुनती ताना बाना ।

संबंधों में है प्रगाड़ता ,

जिसने हमें सँवारा ।।

कैद हुए तेरी यादों में ,

भूल गए जग सारा ।।



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