" तेरी यादों में "
" तेरी यादों में "
गीत
कैद हुए तेरी यादों में ,
भूल गए जग सारा ।
छवि आँखों में तैरा करती ,
बनती वही सहारा ।।
तौल गए हम नजर नजर में ,
मन की सारी बातें ।
मिली जुली निकली चाहत तो ,
लगी मधुर फिर रातें ।
मिला चाँद तो रहे ताकते ,
भाया हमें नजारा ।।
कैद हुए तेरी यादों में ,
भूल गए जग सारा ।।
लुका छिपी तो रास न आई ,
सम्मुख हल कर डाले ।
काँटे तो हैं चुभे पाँव में ,
कभी पड़े हैं छाले ।
मुस्कानें तुम रही लुटाती ,
भाग्य लगा तब न्यारा ।।
कैद हुए तेरी यादों में ,
भूल गए जग सारा ।।
सुख दुख का बँटवारा करके ,
पल पल को है साधा ।
जो भी हिस्से आया ,हमने ,
बाँटा आधा आधा ।
अपनों की पहचान हुई , जो ,
करते रहे किनारा ।।
कैद हुए तेरी यादों में ,
भूल गए जग सारा ।।
हमें लुभाती रही सादगी ,
आकर्षण यह जाना ।
हँसी तुम्हारी रही मोहती ,
बुनती ताना बाना ।
संबंधों में है प्रगाड़ता ,
जिसने हमें सँवारा ।।
कैद हुए तेरी यादों में ,
भूल गए जग सारा ।।

