STORYMIRROR

Kawaljeet GILL

Abstract Inspirational

4  

Kawaljeet GILL

Abstract Inspirational

तुझे ऐ दिल बताना था ...

तुझे ऐ दिल बताना था ...

1 min
7

तुझे ऐ दिल बताना था जरा धीरे धीरे धड़क,

जरा धीरे धीरे चल इसमें कोई बस रहा है अपनी जगह बना रहा है,

उसका प्यार हमको फिर से जीना सीखा रहा है,

क्या करे हम वो दिल में बसता जा रहा है,


पुरानी यादों को हमारे दिल से उखाड़ फेंका है,

अपनी हर छाप इस दिल में छोड़ दी है,

उसका प्यार उसकी चाहते हमको फिर से जीना सीखा रही है,

मेरे चेहरे की हँसी खुशी उसकी वजह से है,


मुझे ऐ दिल तुझको बताना है मेरी तमन्नाओं की नई तस्वीर सज़ा रहा है,

ख्वाबों में आ आ कर वो मुझको अपने प्यार में फंसा रहा है,

एक पल भी उसके बिना हमको अच्छा नहीं लगता,

उसकी चाहते चैन सुकून लिए जा रही है,


ऐ दिल भूले से भी जोर से ना धड़कना,

उसके संग अपने ख्वाबों को पूरा करना है,

जीने की उम्मीदें फिर से जग पड़ी हैं,

उधार की जिंदगी रब से दुआओं में मांगने लगे है ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract