तन्हाइयों का कुनबा बना कर बैठे थे हम वो आए मेरी उम्मीदों का काफिला लेकर, सांसो की बेच तन्हाइयों का कुनबा बना कर बैठे थे हम वो आए मेरी उम्मीदों का काफिला लेकर, स...
किनारे पर सागर के कुछ देर टहल आता है किनारे पर सागर के कुछ देर टहल आता है
दुनिया और परिवार को संभालते संभालते उसका शरीर भी थकता है। दुनिया और परिवार को संभालते संभालते उसका शरीर भी थकता है।
हवाएँ आई फिजाएं आई मौसम खुशनुमा दिग-दिगंत आया। तुम आई बसंत आया। हवाएँ आई फिजाएं आई मौसम खुशनुमा दिग-दिगंत आया। तुम आई बसंत आया।
तू अपनी मुस्कुराहटों से मात दे दे ... तू अपनी मुस्कुराहटों से मात दे दे ...
जो ना समझ कर भी बंदिशों में कैद रखतीं है जो ना समझ कर भी बंदिशों में कैद रखतीं है