किनारे पर सागर के कुछ देर टहल आता है किनारे पर सागर के कुछ देर टहल आता है
खिले हैं ऐसे ऐसे फूल जिसकी ख़ुशबुओं से चमक उठा जीवन संसार है। खिले हैं ऐसे ऐसे फूल जिसकी ख़ुशबुओं से चमक उठा जीवन संसार है।
आज फिर ख्वाहिशों की रात आई आज फिर वो रात याद आई आज फिर ख्वाहिशों की रात आई आज फिर वो रात याद आई
मेरे छोटे सपनों को भी बड़ी शिद्दत से सजाता रहा! मेरे छोटे सपनों को भी बड़ी शिद्दत से सजाता रहा!
अपनी ख्वाहिशों को दबा लिया अपने हुनर को पैक ही रहने दिया अपनी ख्वाहिशों को दबा लिया अपने हुनर को पैक ही रहने दिया
अश्कों की स्याही में कलम डुबोकर, अपने सारे अधूरे ख्वाब लिखती हूँ अश्कों की स्याही में कलम डुबोकर, अपने सारे अधूरे ख्वाब लिखती हूँ