पिता, वालिद, बापू, अब्बा, बाबा
पिता, वालिद, बापू, अब्बा, बाबा
वो मेरे लिए अपनी ख्वाहिशों को भुलाता रहा,
मेरे छोटे सपनों को भी बड़ी शिद्दत से सजाता रहा!
वो खुद को भुलाकर मुझे काबिल बनाता रहा,
मैं कमबख्त खुद को नुमाइश में उड़ाता रहा!!
