दीदार-ए-इंतज़ार
दीदार-ए-इंतज़ार
ढल गई शाम एक लंबी रात अभी बाक़ी है
हुआ इश्क़ "हाल-ए-दिल" इज़हार अभी बाक़ी है !
मुंतजिर हूँ कि सितारों की ज़रा आंख लगे.
चांद से "दीदार-ए-इंतज़ार" अभी बाकी है !
ढल गई शाम एक लंबी रात अभी बाक़ी है
हुआ इश्क़ "हाल-ए-दिल" इज़हार अभी बाक़ी है !
मुंतजिर हूँ कि सितारों की ज़रा आंख लगे.
चांद से "दीदार-ए-इंतज़ार" अभी बाकी है !