वरना यह स्वयं द्वारा हारी एक अतुल्य स्मृति होती है ! वरना यह स्वयं द्वारा हारी एक अतुल्य स्मृति होती है !
तुम्हारे सारे गम को अपना बना लूँगा, होठों को तुम्हारे हमेशा मुस्कुराहट ही दूँगा। तुम्हारे सारे गम को अपना बना लूँगा, होठों को तुम्हारे हमेशा मुस्कुराहट ही दूँगा...
अगले ही पल खुदा की बन्दगी में खड़ा था मैं। अगले ही पल खुदा की बन्दगी में खड़ा था मैं।
तुम हो जीने की तमन्ना, तुम ही हो मेरी बंदगी... तुम हो जीने की तमन्ना, तुम ही हो मेरी बंदगी...
राहों में उजाला था, हमसफर पास था....। राहों में उजाला था, हमसफर पास था....।
जो मैं ख़्वाब देखता रहा वह हकीकत कभी हुआ नहीं। जो मैं ख़्वाब देखता रहा वह हकीकत कभी हुआ नहीं।