जान लेना क्या है ग़लत और क्या कुछ कितना अच्छा है। जान लेना क्या है ग़लत और क्या कुछ कितना अच्छा है।
"आज क्या लिखें ? कुछ तेरे नाम लिखें या तेरा नाम लिखें। "आज क्या लिखें ? कुछ तेरे नाम लिखें या तेरा नाम लिखें।
तुम हो जीने की तमन्ना, तुम ही हो मेरी बंदगी... तुम हो जीने की तमन्ना, तुम ही हो मेरी बंदगी...
मिटाकर मैं अपनी खुदी,बन गया हूँ बाखुदा पर तू है वो मेरा खुद,जिसके लिये ये सब किया मिटाकर मैं अपनी खुदी,बन गया हूँ बाखुदा पर तू है वो मेरा खुद,जिसके लिये ये सब कि...
सूरज की किरणे, वैसे तो सारे जहाँ को नहलाती है सूरज की किरणे, वैसे तो सारे जहाँ को नहलाती है
पैमाने छलक रहे जो जवानी की धूल गली में छाई थी! पैमाने छलक रहे जो जवानी की धूल गली में छाई थी!