अमित प्रेमशंकर
Drama
हर रोज
ख्वाबों में आती है,
फिर कैसे कह दूं
कि वो भूल गई।
हर परदेसी वनव...
पितृ भक्त
हे शरणागत वत्...
शांति दूत
खुदा
परदेस ना जाना...
अनमोल रत्न "र...
सबसे प्यारी ज...
जख्म अपना बता...
बेवफाई का दौर...
बीच सड़क पे अराजकता के कारण मां भारती रोज रोज शर्मसार हुई । बीच सड़क पे अराजकता के कारण मां भारती रोज रोज शर्मसार हुई ।
तेरी थी खुशी, तो खुद हमने, खुद को ही मिटा डाला। मोहब्बत को अपनी….. तेरी थी खुशी, तो खुद हमने, खुद को ही मिटा डाला। मोहब्बत को अपनी…..
तेरा देखना फिर पलट जाना यूं, बहुत मजा आता है क्या सताने में तेरा देखना फिर पलट जाना यूं, बहुत मजा आता है क्या सताने में
प्रभु आशीष से हुए हैं दर्शन मन अपना अति प्रफुल्लित है, प्रभु आशीष से हुए हैं दर्शन मन अपना अति प्रफुल्लित है,
हाँ, माना तब गुस्सा करती थी लेकिन आज मैं उसे मिस करती हूँ हाँ, माना तब गुस्सा करती थी लेकिन आज मैं उसे मिस करती हूँ
सतरंगी रंगों से अपने तू आकर रंगना ख़ुशहाल ज़िंदगी हम देखें तेरा सपना। सतरंगी रंगों से अपने तू आकर रंगना ख़ुशहाल ज़िंदगी हम देखें तेरा सपना।
पर खुद भी कहा समाज में वह अपने लिए जगह बना पाते हैं पर खुद भी कहा समाज में वह अपने लिए जगह बना पाते हैं
इसका जवाब में तुम सबसे पूछता हूं अपने ख्वाबों के बंद ताबूतों में ढूंढता हूं इसका जवाब में तुम सबसे पूछता हूं अपने ख्वाबों के बंद ताबूतों में ढूंढता हूं
सड़क किनारे हरियाली और नीले आसमान को देखते अचानक वह भर जाती है अपराध बोध से सड़क किनारे हरियाली और नीले आसमान को देखते अचानक वह भर जाती है अपराध बो...
कितने वसंत कितने पतझड़, यादों में गिन गिन हैं काटे, कितने वसंत कितने पतझड़, यादों में गिन गिन हैं काटे,
क्यों मेहनत कभी तुमने करी नहीं क्यों अच्छाई तुमने चुनी नहीं क्यों मेहनत कभी तुमने करी नहीं क्यों अच्छाई तुमने चुनी नहीं
तुम्हारे मकान का नंबर आज भी याद है हमें तुम्हारे मकान का नंबर आज भी याद है हमें
क्यों तू छोड़े, सपने वो तेरे दुनिया को जो था बदलाना। क्यों तू छोड़े, सपने वो तेरे दुनिया को जो था बदलाना।
जो कह न सकी जुबान लफ़्ज़ों की शक्ल में उन बातों का मन को एहसास होना बाकी है जो कह न सकी जुबान लफ़्ज़ों की शक्ल में उन बातों का मन को एहसास होना बाकी है
अब कुछ फासले घटने लगे हैं, बस दूरियां रह जाएंगी।। अब कुछ फासले घटने लगे हैं, बस दूरियां रह जाएंगी।।
उसने सीखा लिखना अपना नाम जिसे कहते हैं सही और वह भर गई विश्वास से उसने सीखा लिखना अपना नाम जिसे कहते हैं सही और वह भर गई विश्वास से
पर इन दुनिया वालों ने तो है निकाला बस झूठे दिखावे का हल पर इन दुनिया वालों ने तो है निकाला बस झूठे दिखावे का हल
गलती ना करना समझ इनको भोली भाली, अपने पर आ जाए तो इतिहास बदल देती हैl गलती ना करना समझ इनको भोली भाली, अपने पर आ जाए तो इतिहास बदल देती हैl
सच्चाई को खुद का साया कर, ईमानदारी को बना हम-सफर, सच्चाई को खुद का साया कर, ईमानदारी को बना हम-सफर,
हौसलों के फूल कहीं सूख न जाये खारे आँसू की न बरसात कीजिये हौसलों के फूल कहीं सूख न जाये खारे आँसू की न बरसात कीजिये