हर बार चेहरा बदलकर मुझको पकड़ती रहीं। हर बार चेहरा बदलकर मुझको पकड़ती रहीं।
छुपके से आकर कानों में कहते हैं ! प्यारा सा नन्हा सा अँगुली पकड़ चलते हैं ! छुपके से आकर कानों में कहते हैं ! प्यारा सा नन्हा सा अँगुली पकड़ ...
हम कहाँ रोज़ मिलने की शर्त रखते हैं कहते नहीं है मगर प्यार हमसे करते हैं हम कहाँ रोज़ मिलने की शर्त रखते हैं कहते नहीं है मगर प्यार हमसे करते हैं
जिंदगी नाम उनके कर दी है आज जाएँगे जब बताने को। जिंदगी नाम उनके कर दी है आज जाएँगे जब बताने को।
जिस दिन से तेरी आँखों से पी कर लड़खड़ाने के मौके मिले ! जिस दिन से तेरी आँखों से पी कर लड़खड़ाने के मौके मिले !
दो जिस्म ए जान ही समझ सकते हैं जैसे मैं और तुम ! दो जिस्म ए जान ही समझ सकते हैं जैसे मैं और तुम !