प्यार हम से करते है
प्यार हम से करते है
आँखों से वो हर रोज़ बात करते हैं
ऐह्ले-वफ़ा के वादे हजार करते हैं
दिलासा हम भी दिल को दिए रखते हैं
कहते नहींं है मगर प्यार हमसे करते हैं
वैसे हमसे तो वो हर एक बात करते हैं
कैसी गुजरी, कहा है हर एक बात करते हैं
छुपा कर के पर वो दिल की बात रखते हैं
कहते नहीं है मगर प्यार हमसे करते हैं
वैसे तो वो हमारा एहतराम करते हैं
मुद्दों पे भी हमसे मशवरा~ए~आम करते हैं
बात जो के दे मान उसका भी रखते हैं
कहते नहींं है पर मगर प्यार हमसे करते हैं
रोज़ मिलने एक वादा नया करते हैं
टूटे न वादा ऐसी कोशिशें भी करते हैं
हम कहाँ रोज़ मिलने की शर्त रखते हैं
कहते नहींं है मगर प्यार हमसे करते हैं।