होली भर दे झोली
होली भर दे झोली
देखो- देखो बच्चों की टोली आई,
फाल्गुन का मास मे दौड़ती होली आई,
रंग -बिरंगे रंगों से उड़ती रंग गुलाल,
गांव -गांव में खुशियां छाई नाचे घूमर घेर,
पट -पट -पट -पट डंडी करती शोर ,
संगी -साथी देवर- भाभी खेले होली,
पिछली बार की तरह भर दे सबकी झोली,
दौड़- दौड़ खुशी की होली आई,
किसानों की फसल कटाई ,
बीता हुआ कल से जितनी पास नहीं, होली
आने वाले कल से जितनी दूर नहीं होली,
खुशी -खुशी से करो राम -राम,
ना बने किसी से तो भी भेजना पैगाम।