बोल सुकून...
बोल सुकून...
आसमां से फरिश्ते भेजे ,
सुन तेरी ख्वाहिश को ,
सागर से जल लाया ,
देख तुझे प्यासी को ,
संगी का संगीत लाया ,
देख तुझे अकेली को ,
रात की लोरी सीखी ,
नींद नहीं आई तुझको ,
पोंछने का सीखा हुनर ,
सजल नेत्र देख तुझको ,
ग़मों को पढ़ना सीखा ,
अजीब थे गम तुझको ,
दवाइयों को पढ़ना सीखा ,
देख तेरी अजीब बीमारी को ,
मैंने वो चीजे टाल दी ,
जो पसंद नहीं तुझको ,
शहर में बस गया मैं भी ,
गांव में परेशान देख तुझको ,
पढ़ाई की मैंने रात दिन ,
सपने मेरे थे पा तुझको ,
संगी साथी छोड़े मैंने ,
घर छोड़कर आई देख तुझको,
कमाता नहीं फ़िर भी सीख लिया ,
तेरे सजने का खर्चा देख औरों को ,
मरहम के घाव भरना सीखा ,
दर्द में कराहना देख तुझको ,
बोले तो बोल दिल को सुकून मिले।।

