मेरे हमसफर
मेरे हमसफर
मुसाफिर हूं मैं ,
सफ़र है जिंदगी,
अनचाही अंजानी राहें,
कुछ दुर्गम कुछ आसान रास्ते,
कुछ सीधे सपाट से कुछ भूल -भुलैया से
पर साथ तुम्हारा सबसे प्यारा है,
अगर तुम साथ हो प्रिय,
मंजिलें मिले ना मिले
यह अविस्मरणीय अतुलनीय पल,
सुखद अनुभूति तुम्हारे साथ की,
तुम्हारे प्रेम से ओतप्रोत मेरा जीवन
हर कदम हमसफर ईश्वरीय है ।
मंजिले तक पहुंच भी जाएंगे, तो क्या पाएंगे ?
तुमको जो पाया है इन राहों में ,
वह मेरे जीवन की उपलब्धि है
यूं ही तुम साथ देते रहे,
तो यह संघर्ष ,यह कठिनाइयां,
जिंदगी के मोड़ ,ऊंची नीची डगर,
पथरीले रास्ते कुछ नहीं लगते तुम्हारे संग,
मंजिलों से भी प्यारे हैं, यह अनजाने रास्ते
पर तभी तक जब तक हम तुम्हारे
तुम हमारे हो।