हिंदी दिवस
हिंदी दिवस


हम तो ढोल
पिटते हैं,
आ गया
'हिंदी -दिवस '
मचा दो शोर
सारे जहान में !
कर लो कविता -पाठ,
याद कर लो
साहित्यकारों को,
माल्यार्पित
करके शोभित
मूर्तियों को !
क्या तुम्हारी
भूमिका
इतनी सी है ?
आज हमको
खेद है,
दे रहे हो
आज भाषण,
भूटान और जापान में
पर हमें है आज चिंता
'हिंदी' की' हिंदुस्तान' में !