हिम्मती दिल
हिम्मती दिल
ग़मों को अपनी,
हँसी में समेट लेता हूँ,
मैं वो शख्स हूँ जो,
बस मुस्कुराहटें ही देता हूँ।
अरमान तो बहुत हैं मेरे,
दिल में छोटे-बड़े मगर,
न जाने क्यों हर,
चीज़ को खो देता हूँ।
इन्तज़ार तो बस एक,
सुनहरी सुबह का है,
बस इसी ख़याल में,
हर रात सो लेता हूँ।
ऐ तूफान तू कर ले,
पूरी कोशिश मगर,
गिरूँगा नहीं,
मैं भी चट्टान का जो बेटा हूँ।