ज़िन्दगी...क्या बात है
ज़िन्दगी...क्या बात है
किताब के पन्नों की तरह
पलट जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
साल के मौसमो की तरह
बदल जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
तूफान तो बहुत
आते हैं ज़िन्दगी में
शान्त किनारा मिल जाए
तो क्या बात है !
फूलों की खुशबू की तरह
महक जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
गीतों की धुन की तरह
गुनगुना जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
गम तो बहुत हैं ज़िन्दगी में
खुशी का तोहफा मिल जाए
तो क्या बात है !
सूरज की किरणों की तरह
चमक जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
बच्चे की हँसी की तरह
मुस्कुरा जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
मुश्किलें तो बहुत हैं ज़िन्दगी में
तप के सोना बन जाए
तो क्या बात है !
आँँखों के आँँसुओं की तरह
नमकीन हो जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
रसगुल्ले की चाशनी की तरह
मीठी हो जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
उलझने तो बहुत हैं ज़िन्दगी में
सीधा - सा जवाब मिल जाए
तो क्या बात है !
दिल की धड़कन की तरह
तेज़ हो जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
पहले प्यार की तरह
खुबसूरत हो जाए ज़िन्दगी
तो क्या बात है !
इंतज़ार तो बहुत है ज़िन्दगी में
बिन मांगे कुछ मिल जाए
तो क्या बात है...!
