गुण का इम्तिहान
गुण का इम्तिहान
ज़िंदगी तुम्हारे उसी गुण का इम्तिहान लेती है,
जो तुम्हारे भीतर मौजूद है।
मेरे अंदर इश्क़ था।
किसी को तुमने प्यार करके धोख़ा खाया है,
तो तुम्हारे भीतर मोहब्बत है।
उसको तुमसे रश्क़ था।
तुम अगर संयम से अपनी ज़िंदगी गुज़ारते हो,
कभी तो किसी का बेसब्री से इंतज़ार करो।
एक लम्हा नहीं गुज़रेगा।
तुम अगर अपनी ज़िंदगी में बहुत खुश रहते हो,
कभी किसी ज़ालिम बेवफ़ा से मोहब्बत करो।
आँसुओं से पीछा नहीं छूटेगा।
अगर तुमने जागकर पूरी रात तारे न गिने हों,
कभी किसी को ख़्वाब में लाकर तो देखो।
पूरी रात नींद नहीं आएगी।
अगर तुमने किसी के दुख तकलीफ़ नहीं बाँटे हैं,
किसी का दुख अपना कर देखो।
उसकी दुआ खुशियाँ लाएगी।
