गीता का उपदेश
गीता का उपदेश
गीता का उपदेश ,सबको समझाना है
जो समझ ना पाए है,उनको समझाना है
क्या लेकर आए हो?क्या लेकर जाओगे
ख़ाली हाथ आए हो,ख़ाली हाथ जाओगे
जो कुछ भी पाए हो,सबकुछ लौटाना है
जिनसे भी पाए हो,उनको लौटाना है
जितना लिखा क़िस्मत में,कोई रोक ना पाएगा
जो लिखा नहीं क़िस्मत में,कोई दे नहीं पाएगा
जब ख़ुशियों का क्षण आए,बहुत ख़ुश मत होना तुम
संचित सुकर्म फल ही,बस भोग रहे हो तुम
जब दुःख के दलदल में,आकंठ डूबे तब भी
विचलित मत होना तुम,ये धुँध हटेगा भी।