पर पुरुष के पास तुम अब तक रही हो। मेरी नज़रों में गलत या सचमुच सही हो। सिद्ध करना होगा पर पुरुष के पास तुम अब तक रही हो। मेरी नज़रों में गलत या सचमुच सही हो। सिद्ध...
आकर बार -बार मस्तिष्क पर प्रहार करती है ! आकर बार -बार मस्तिष्क पर प्रहार करती है !
बाहर निकल जब वह देखती सब कुछ सामान्य देख वह दंग रह जाती। बाहर निकल जब वह देखती सब कुछ सामान्य देख वह दंग रह जाती।
बढ़ो सदा तुम आगे बेटे पर न ऐसा काम करो। जिससे जीना मुश्किल हो और तुम सब का अपमान करो। बढ़ो सदा तुम आगे बेटे पर न ऐसा काम करो। जिससे जीना मुश्किल हो और तुम ...
विचलित है तन मन, विचलित है हर क्षण। हे पिता, आप के चिर निद्रा में जाने से। विचलित है तन मन, विचलित है हर क्षण। हे पिता, आप के चिर निद्रा में जाने से।
झंझावातो से जीवन घिरा है , विचलित धरा है, झंझावातो से जीवन घिरा है , विचलित धरा है,