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प्रतिदिन मीरा यही दृश्य देखती और मन ही मन उस वृद्धा के निर्दयी बेटे को कोसती। प्रतिदिन मीरा यही दृश्य देखती और मन ही मन उस वृद्धा के निर्दयी बेटे को कोसती।
समय व्यर्थ गंवाने की बजाय, सभी ने मंदिरों के दर्शन का निर्णय लिया । समय व्यर्थ गंवाने की बजाय, सभी ने मंदिरों के दर्शन का निर्णय लिया ।
’’हां, हां, जमाना बदल गया होगा पर भगवान थोड़ी ही न बदले।’’ ’’हां, हां, जमाना बदल गया होगा पर भगवान थोड़ी ही न बदले।’’
-"इस की डंडी निकल गई है, क्या आप बैठा कर देंगे ?" -"इस की डंडी निकल गई है, क्या आप बैठा कर देंगे ?"
जहाँ कुत्तों को घर में लिया जाता है और माँ-बाप को घर के बाहर रखा जाता है। जहाँ कुत्तों को घर में लिया जाता है और माँ-बाप को घर के बाहर रखा जाता है।
उसे अपने आप पर तथा अपने पढे-लिखे होने पर शर्म महसूस हुई। उसे अपने आप पर तथा अपने पढे-लिखे होने पर शर्म महसूस हुई।
हिदायत भी दी कि अगर इसका आचरण ठीक होता है तो ही वापस लेंगे अन्यथा नहीं हिदायत भी दी कि अगर इसका आचरण ठीक होता है तो ही वापस लेंगे अन्यथा नहीं
पर मानसिक भी क्यों है? इसका तो अर्थ यही हुआ ना कि जीवन में कहीं न कहीं वे अधूरे थे पर मानसिक भी क्यों है? इसका तो अर्थ यही हुआ ना कि जीवन में कहीं न कहीं वे अधूरे ...
तुम्हें बहुत बड़ी इंसान बनना है और तुम्हारी पहली तनख्वाह से मुझे एक साड़ी चाहिए । तुम्हें बहुत बड़ी इंसान बनना है और तुम्हारी पहली तनख्वाह से मुझे एक साड़ी चाहिए ...
गांव की मिट्टी में पले बढ़े बद्री को जाने कैसे मिट्टी से ही एलर्जी हो गई । गांव की मिट्टी में पले बढ़े बद्री को जाने कैसे मिट्टी से ही एलर्जी हो गई ।