एक कुल्हड़ इश्क
एक कुल्हड़ इश्क
ना समुंदर सा गहरा ना गगन सा रिस्क चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ इश्क़ चाहिए।
ना बहती सी नदियां ना धारा का उफान चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ बारिश का तूफ़ान चाहिए।
ना फूलों की महक ना चांद की चमक चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ सितारों की दमक चाहिए।
ना खिलती कलियां ना बगीचे हज़ार चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ इत्र सा सबाब चाहिए।
ना गगन ऊंचा ना गहरी सुरंग चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ दिल में उमंग चाहिए।
ना दर्दों से भरा ना खुशियों की बक्स चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ चाय सा शख़्स चाहिए।
ना समुंदर सा गहरा ना गगन सा रिस्क चाहिए
मुझे बस एक कुल्हड़ इश्क़ चाहिए।