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Saroj Garg

Classics

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Saroj Garg

Classics

एक दीया

एक दीया

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एक छोटा सा दीया

 एक छोटा सा दीया

रौशन करता है

गरीबो की झोंपड़ी 

उजाला देता है जीवन को।


एक दीया दीवाली का

जलाते हैं कतारों में

मनाते हैं दीपावली

रौशन होता ब्रम्हाड ।


एक दीया जलाया अयोध्या में

लाखों दियों ने रोशन किया

रौशनी का नूर बिखेरा

उम्मीद का का उजाला हुआ।


एक दीया जलाया 

शहीदों के पथ पर

पुष्प बिखेरे राहों पर

अंधेरा न रहे राहों पर। 


 चलो शहीदों की राहों पर

जलायेगे इक दीपक

कभी किसी का लाल

किसी विरहणी का सुहाग

न मिले अंधेरों में।  


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