Retired from United Bank of India. Hobby --* Music & Writing **
माँ बाप की दुआएं साथ रखो फिर कौन तुम्हें बिगाड़ेगा। माँ बाप की दुआएं साथ रखो फिर कौन तुम्हें बिगाड़ेगा।
प्रफुल्लित है मन निहार कर महका तन प्रफुल्लित है मन निहार कर महका तन
किसी विरहणी का सुहाग न मिले अंधेरों में। किसी विरहणी का सुहाग न मिले अंधेरों में।
मयूरा मन नाच उठा तन प्रसन्न हो कर। मयूरा मन नाच उठा तन प्रसन्न हो कर।
रात की चादर तारे ओढ़कर मुस्कुराते रात की चादर तारे ओढ़कर मुस्कुराते
देखो सूर्य अस्त होता है, आसमान से आगे। हम चलेंगे साथ-साथ में! देखो सूर्य अस्त होता है, आसमान से आगे। हम चलेंगे साथ-साथ में!
अब कुछ कहने का समय खत्म हुआ, इन्सान हर पल लड़ने को तैयार हुआ। अब कुछ कहने का समय खत्म हुआ, इन्सान हर पल लड़ने को तैयार हुआ।
इक बेघर की आंख के आँसू, दम तोड़ता उसका जीवन ! इक बेघर की आंख के आँसू, दम तोड़ता उसका जीवन !
मन्दिर में शीश झुकाया। मस्जिद के सामने बारात शांति से निकली। मन्दिर में शीश झुकाया। मस्जिद के सामने बारात शांति से निकली।
इन्सान में इंसानियत खत्म हो गयी है, एक गर्भवती हथिनी के साथ हैवानियत हो गयी है। इन्सान में इंसानियत खत्म हो गयी है, एक गर्भवती हथिनी के साथ हैवानियत हो गयी ह...