बेटी
बेटी
चन्दन की खूशबू है बेटी,
फूलों की पंखुडी है बेटी,
तितलियों का रंग है बेटी,
प्रकृति का सृजन है बेटी।
नयनों की ज्योति है बेटी,
सप्तसुरों का गीत है बेटी,
आंचल की छांह है बेटी,
आंगन की खुशीयां है बेटी।
जीवन की मिठास है बेटी,
रुनझुन सी पुकार है बेटी,
हर किसी के जीवन का
कहां उपहार है बेटी।