माहिया
माहिया
पायल की छन छन से
अंखियां साजन की
चाहे ये तन मन से।
बेटी है डोली में
पनिया नैन भरे
साजन की बोली में।
सजना गीत सुनाऊं
मेरी वाणी से
तुमको पास बुलाऊँ
नीलेे से नयना है
सपन संजोती मां
घर का ये गहना है।
मधुमास सकल आया
फूल खिले दिल के
लो भंवरा मंडराया।
चांदनी की रात कहो
कोर निहारे है
गरबा की बात कहो।