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Poonam Mishra

Inspirational

3.6  

Poonam Mishra

Inspirational

मानवता सिसक रही

मानवता सिसक रही

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सिसक रही मानवता,

कोकिल गीत कैसे गाएँ,

मृत्यु सामने है खडी,

लोरियां सुना मन बहलाए ।।


एक कोरोना के चलते,

समूचा विश्व हो गया तंग,

जीवन मे लगा कर्फ्यू

बाजार-हाट सब बदरंग ।।


भीषणता बरसाए यहाँ, 

छन्द रस अब आए कहाँ, 

सिसक रही है मानवता,

कोकिल गीत गाएँ कहां।।


पुरखो के सद - वचन में जाएं

सादगी का जीवन

अपनाएं,

आओ जीवन शैली बदलें

प्रकृति की शरण में आए!



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