मै कौन हूँ
मै कौन हूँ
मैं ,
मै कौन हूँ,
मै एक शायरी ,
एक गजल हूँ
जो बस यूँ ही ,
कभी हंस देती,
और कभी अश्को संग,
बह जाती
मैं एक शायरी
एक गजल हूँ !!!
मै,
मै कौन हूँ,
मै सांझ की बेला ,
तम की चादर मे लिपटी,
एक जलती शम्मा हूँ
एक परवाना हूँ!!!
मै एक शायरी ,
एक गजल हूँ !!!
मै,
मै कौन हूँ,
मै, प्रत्यूषा ...
कोमल किरण हूँ,
सूरज की रोशनी
भोर की छुअन हूं !!!
मैं एक शायरी ,
एक गजल हूँ !!!
मै
मै कौन हूं
अमावस के बाद
धरती पर
आसमां से उतरी
पूनम हूं
पूर्ण हूं
पूर्णिमा हूं
एक कलम हूं
मै एक शायरी
एक गजल हूँ !!!